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कहें जयगुरुदेव पुकार, जमाना बदलेगा। सुनते जाना सभी नर-नारि, जमाना बदलेगा।। छोटे-बडे़ जितने पद-अधिकारी, सब कोई होंगे शाकाहारी। बन्द हो जाएगा मांसाहार, जमाना बदलेगा।। मांस, मछली, अण्डा जो सेवन करेंगे, ताड़ी, शराब, भांग-गांजा पियेंगे। उनका पद छीन लेगी सरकार, जमाना बदलेगा।। एम.पी., एम.एल.ए. और मंत्री, मिनिस्टर, सभी लोग होंगे शाकाहारी कट्टर। बन्द होगा सभी दुराचार, जमाना बदलेगा।। विदेशी बैंक में जो धन हैं छिपाए, वापस छिहत्तर सन् तक लायें। नहीं पछतायेंगे सिर मार, जमाना बदलेगा।। बन्द हो जाये हड़ताल, तोड़फोड़, आन्दोलन, बन्द हो जाये परिवार नियोजन। बदल जाएगा सभी कारोबार, जमाना बदलेगा।। नग्न सिनेमें बन्द किए जाएंगे, पुलिस सिपाही वेतन तीन सौ पायेंगे। सभी बन्द हो चोरी, व्यभिचार, जमाना बदलेगा।। दिल्ली से राजधानी हटेगी, यू.एन.ओ. भारत में चलेगी। निर्णय लेने आएगा संसार, जमाना बदलेगा।। राष्ट्रभाषा होगी संस्कृत और हिन्दी, रिश्वतखोरी पे लग जाएगी पाबंदी। फैल जाएगा सबमें सदाचार, जमाना बदलेगा।। कृषकों के कर्ज माफ हो जाएंगे, प्राइमरी अध्यापक वेतन तीन सौ पायेंगे। होगा बच्चों में भारी सुधार, जमाना बदलेगा।। बन्द हो जाएगा गऊओं का कटना, कोई नहीं होगी अनैतिक घटना। मांस-मदिरा का बन्द हो बाजार, जमाना बदलेगा।। काॅलेज से निकल छात्र नौकरी को पायेंगे, वृद्ध व अपाहिज पैसा राजकोष से पायेंगे। सुखी होगा सभी परिवार, जमाना बदलेगा।। आठ रूपया रोज मजदूरी मिलेगी, राष्ट्रपति चुनाव सीधे जनता करेगी। जो कि हैं देश के कर्णधार, जमाना बदलेगा।। सत्य और अहिंसा की होड़ लग जाएगी, चोरी, ठगी, झूठ की निशानी मिट जाएगी। सब हों पूर्ण निरामिषहार, जमाना बदलेगा।। साधन, भजन की सब करेंगे कमाई, मांसाहारियों की हो जाएगी सफाई। वर्षा, सूखा पडे़गा अकाल, जमाना बदलेगा।। परजा बहुत मरेगी जग में, लाशें पड़ी सडेंगी घर-घर में। उठाने वाले मिलेंगे न यार, जमाना बदलेगा।। पूरब-पश्चिम, उत्तर, दक्षिण, छिड़े लड़ाई आए दुर्दिन। भारी संख्या में होगा नरसंहार, जमाना बदलेगा।। अन्न का दाना नहीं मिलेगा, टैक्स अभी और ज्यादा बढे़गा। धर्म जल्दी से लो अब धार, जमाना बदलेगा।। सुनते जाना सभी नर-नारि जमाना बदलेगा। कहैं जयगुरुदेव पुकार, जमाना बदलेगा।
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